राजस्थान के किसानों के लिए राहत की खबर है। मौसम के जानकारों और स्थानीय संकेतों के अनुसार, राज्य में मानसून 15 से 17 जून के बीच पहुंच सकता है। लंबे समय से गर्मी और सूखे की मार झेल रहे किसानों को अब आसमान से राहत मिलने की उम्मीद जगी है। जैसे-जैसे मानसून की संभावित तिथि नजदीक आ रही है, किसानों ने खेतों की तैयारी, जुताई और बीज खरीद का काम तेज कर दिया है। राजस्थान के पूर्वी और दक्षिणी जिलों—जैसे कि कोटा, बारां, झालावाड़ और उदयपुर—में धान (Paddy) और सोयाबीन (Soybean) की खेती प्रमुख रूप से होती है, जिन्हें भरपूर नमी की आवश्यकता होती है। समय पर मानसून आने से इन फसलों की बुवाई सही समय पर शुरू हो सकती है, जिससे अच्छी उपज की उम्मीद बढ़ जाती है।कई किसान इस समय नर्सरी तैयार कर रहे हैं, वहीं कुछ खेतों में प्लाउ और लेवलिंग का काम भी शुरू हो गया है। बाजारों में बीज और खाद की मांग तेजी से बढ़ रही है। कृषि केंद्रों और सहकारी समितियों पर भी किसानों की भीड़ देखी जा रही है।अनमोल किसान (AnmolKisan.in) किसानों को सलाह देता है कि वे इस संभावित बारिश को ध्यान में रखते हुए योजनाबद्ध ढंग से खेती करें। स्थानीय कृषि विशेषज्ञों से संपर्क करें, और समय पर बीज बुवाई करके मौसम का पूरा लाभ उठाएं।

