फसलवार और खरपतवार-वार हर्बीसाइड्स (Herbicide – Crop-wise & Weed-wise)
🌾 1. धान (धान में चौड़ी व संकरी पत्ती वाले खरपतवार)
पूर्व उद्गम हर्बीसाइड:
- Pretilachlor 50% EC – 3-5 दिन के भीतर
- Butachlor 50% EC – रोपाई के 2-3 दिन बाद
पश्चात उद्गम हर्बीसाइड:
- Bispyribac Sodium 10% SC (Nominee Gold)
- Penoxsulam 2.5% OD
🌽 2. मक्का (Chaulai, Bathua, Sanai आदि खरपतवार)
पूर्व उद्गम:
- Atrazine 50% WP – बुवाई के तुरंत बाद
पश्चात उद्गम:
- Topramezone 33.6% SC
- Tembotrione 42% SC
🌾 3. गेहूं (चना, बथुआ, सरसों, जुड़, जंगली जई आदि खरपतवार)
पश्चात उद्गम:
- 2,4-D Sodium Salt 80% WP – बुवाई के 25-30 दिन बाद
- Clodinafop-propargyl 15% WP – जंगली जई के लिए
- Metsulfuron-methyl – चौड़ी पत्ती के लिए
🌱 4. गन्ना (सत्यानाशी, मक्का घास, दूब)
पूर्व उद्गम:
- Atrazine + Pendimethalin
पश्चात उद्गम:
- Metribuzin 70% WP
- Glyphosate (फसल पर न लगे)
🌶️ 5. सोयाबीन / तिल / मूंगफली / दालें
पूर्व उद्गम:
- Pendimethalin 30% EC
पश्चात उद्गम:
- Imazethapyr 10% SL
🌴 6. बागवानी फसलें / फलदार पौधे / ग्रीनहाउस (नॉन-कैश फसल के बीच की घास)
अचयनात्मक हर्बीसाइड्स:
- Glyphosate 41% SL – खरपतवार नष्ट करने हेतु
- Paraquat Dichloride 24% SL – खरपतवार जलाने हेतु
नोट: ये हर्बीसाइड्स पत्तियों पर लगने पर फसल को नुकसान पहुँचा सकते हैं।
🧪 3. प्रमुख हर्बीसाइड्स की सूची (सामग्री व प्रतिशत के साथ)
हर्बीसाइड का नाम | संरचना | प्रकार |
---|---|---|
Pendimethalin 30% EC | संपर्क/मिट्टी पर | पूर्व उद्गम |
Atrazine 50% WP | चयनात्मक | पूर्व उद्गम (मक्का) |
Glyphosate 41% SL | अचयनात्मक | पश्चात उद्गम |
2,4-D Sodium Salt 80% WP | चयनात्मक | गेहूं के लिए |
Imazethapyr 10% SL | प्रणालीगत | पश्चात उद्गम (दालें) |
Bispyribac Sodium 10% SC | प्रणालीगत | धान में खरपतवार |
Paraquat Dichloride 24% SL | अचयनात्मक | बागवानी क्षेत्र |
Clodinafop-propargyl 15% WP | चयनात्मक | गेहूं – जई नियंत्रण |
✅ उपयोग निर्देश (Usage Instructions)
- सही समय पर छिड़काव करें: पूर्व उद्गम = बुवाई के 1-3 दिन बाद, पश्चात = खरपतवार की 2-4 पत्ती अवस्था में
- छिड़काव से पहले नमी होनी चाहिए मिट्टी में
- सही मात्रा: कंपनी निर्देश अनुसार प्रति एकड़ दवा + 200 लीटर पानी
- फसल सुरक्षा: अचयनात्मक दवाएं फसल पर न लगने दें
- बारी-बारी से अलग-अलग श्रेणी की दवा का प्रयोग करें