ANIMAL HUSBANDARY

भारत और विशेष रूप से राजस्थान में पशुपालन (Animal Rearing) कृषि से जुड़ी आय का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। नीचे भारत में प्रमुख 5 प्रकार के पशुपालन, उनके बीमारियाँ व उपचार, दुग्ध उत्पादन, देशी नस्लें, और सरकारी योजनाएँ हिंदी में विस्तार से दी गई हैं:


🐄 1. गौ पालन (गाय पालन / Dairy Cattle Rearing)

✅ प्रमुख देशी नस्लें:

नस्लमूल स्थानदूध उत्पादन
गिरगुजरात12–20 ली./दिन
साहिवालपंजाब8–15 ली./दिन
राठीराजस्थान (बीकानेर, नागौर)6–12 ली./दिन
थरपारकरराजस्थान (जैसलमेर)8–14 ली./दिन
हरियाणाहरियाणा6–10 ली./दिन

🦠 आम बीमारियाँ:

  • FMD (खुरपका-मुँहपका)
  • Brucellosis
  • Mastitis (थनैला)
  • Theileriosis
  • Tick fever (पिस्सू से होने वाला बुखार)

💉 रोकथाम व प्रबंधन:

  • नियमित टीकाकरण (FMD, HS, Brucella)
  • पशुओं की सफाई
  • रोगी पशु को अलग रखना
  • दवा: Enrofloxacin, Oxytetracycline, NSAIDs

🏛️ सरकारी योजना:

  • राष्ट्रीय डेयरी विकास कार्यक्रम (NDDP)
  • राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम (NADCP) – FMD और Brucellosis का मुफ्त टीकाकरण
  • राजस्थान गोपाल योजना – दुग्ध उत्पादन हेतु सब्सिडी

🐃 2. भैंस पालन (Buffalo Rearing)

✅ प्रमुख नस्लें:

नस्लमूल स्थानदूध उत्पादन
मुर्राहहरियाणा, पंजाब10–18 ली./दिन
जाफराबादीगुजरात8–12 ली./दिन
मेहसानागुजरात8–10 ली./दिन
नागपुरीमहाराष्ट्र6–8 ली./दिन

🦠 बीमारियाँ:

  • Mastitis
  • FMD
  • Brucellosis
  • थन सड़ना
  • टीक रोग (HS)

💉 उपचार व प्रबंधन:

  • हाइजीन
  • Regular Deworming
  • Clean milking practices
  • Calcium supplementation

🏛️ सरकारी योजना:

  • राष्ट्रीय गोकुल मिशन – देशी नस्ल संरक्षण
  • डेयरी उद्यमिता विकास योजना (DEDS) – सब्सिडी आधारित डेयरी यूनिट खोलना

🐐 3. बकरी पालन (Goat Rearing)

✅ प्रमुख नस्लें:

नस्लमूल स्थानदूध उत्पादन
सिरोहीराजस्थान1-2 ली./दिन
जमुनापरीउत्तर प्रदेश2-3 ली./दिन
बरबरीउत्तर प्रदेश1-2 ली./दिन
बीटलपंजाब1.5 ली./दिन

🦠 बीमारियाँ:

  • PPR (पेस्ट डेस पेटिट रुमिनेंट्स)
  • खुरपका
  • बकरी चेचक
  • पेट के कीड़े
  • फेफड़ों में संक्रमण

💉 टीकाकरण:

  • PPR Vaccine (साल में 1 बार)
  • Deworming 3–4 महीने में एक बार
  • Multivitamin injections

🏛️ सरकारी योजनाएँ:

  • राष्ट्रीय पशुधन मिशन (NLM)
  • बकरी पालन सब्सिडी योजना – राजस्थान (SC/ST को अधिक सब्सिडी)

🐏 4. भेड़ पालन (Sheep Rearing)

✅ नस्लें:

नस्लमूल स्थानउपयोग
मालपुरीराजस्थानऊन और मांस
चिक्कातमिलनाडुमांस
पाटनवारीगुजरातऊन
मुज़ाफ्फरनगरीउत्तर प्रदेशऊन व मांस

🦠 बीमारियाँ:

  • PPR
  • Sheep pox
  • Foot rot
  • पेट के कीड़े

🧬 नियंत्रण:

  • PPR Vaccine
  • नियमित पैर की सफाई
  • Anti-helminthic ड्रग्स

🏛️ योजनाएँ:

  • राजस्थान भेड़ विकास योजना
  • राष्ट्रीय पशुधन मिशन

🐓 5. मुर्गी पालन (Poultry Farming)

✅ प्रमुख नस्लें:

नस्लउपयोगअंडे/वजन
कड़कनाथ (MP/राजस्थान)मांस1.5-2 किग्रा (6 माह)
ग्रामीण ब्रीडअंडा/मांस150-200 अंडे/वर्ष
लेयर ब्रॉयलरअंडा280-300 अंडे/वर्ष
ब्रॉयलरमांस1.5-2 किग्रा (40 दिन में)

🦠 बीमारियाँ:

  • Ranikhet रोग
  • IBH
  • Gumboro
  • CRD (chronic respiratory disease)

💉 टीकाकरण:

  • Ranikhet (NDV) – 7वें दिन
  • IBD – 14वें दिन
  • CRD की रोकथाम हेतु Tylosin, Tetracycline

🏛️ योजना:

  • Poultry Venture Capital Fund Scheme
  • बैकयार्ड पोल्ट्री योजना – राजस्थान

📌 अतिरिक्त सरकारी योजनाएँ (राजस्थान हेतु विशेष)

योजनाविवरण
राष्ट्रीय पशुधन मिशन (NLM)सभी प्रकार के पशुधन हेतु ऋण एवं सब्सिडी
राजस्थान डेयरी विकास योजनादुग्ध उत्पादन के लिए सहायता
पशु टीकाकरण कार्यक्रममुफ्त टीकाकरण शिविर (FMD, Brucella)
कृषि पशुधन बीमा योजनामृत्यु/बीमारी से सुरक्षा बीमा
पीएम मत्स्य सम्पदा योजनामछली पालन हेतु सहायता (यदि शामिल करें)

✅ निष्कर्ष:

राजस्थान में किसान अपनी आय बढ़ाने के लिए गौ पालन, बकरी पालन, मुर्गी पालन, आदि में भागीदारी कर सकते हैं। सरकार की योजनाओं में लोन, बीमा, टीकाकरण, प्रशिक्षण और सब्सिडी उपलब्ध हैं। इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए नजदीकी पशु चिकित्सा केंद्र, कृषि कार्यालय, या बैंक शाखा से संपर्क करें।

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